ज्योति का ट्रांसफर और आर्या की ज़बरदस्ती
ब्लैक बैंगल्स चैप्टर 4
ज्योति का ट्रांसफर और आर्या की ज़बरदस्ती
हेलो दोस्तों कैसे हैं आप लोग उम्मीद करते हैं अच्छे होंगे अब तक आपने पढ़ा की किस तरह देवांश उस लड़की के साथ बेरहमी से पेश आ रहा था चलिए आगे बढ़ते है....
देवांश बार से निकलकर कारांची मे बने अपने घर की तरफ चल देता है... घर पहुँच कर देवांश शावर लेता है और अपने लेपटॉप मे काम करने लगता है..... इस वक़्त सुबह के 8 बज रहे थे... देवांश अपना काम कर रहा था तभी उसके पास रॉकी का कॉल आता है....
देवांश कॉल पर..... "बोलो".. देवांश की इतनी ठंडी आवाज़ सुन रॉकी समझ जाता है की देवांश गुस्से मे है....
रॉकी एक गहरी सांस लेता है फिर कहता है.... "हमारे आदमी जो दिल्ली गए"
देवांश उसकी बात काटते हुए कहता है.. "उसने (ब्लेक बेंगलस) उन्हे मार दिया यही ना" ..... देवांश की बात सुन रॉकी खामोश हो जाता है.... "इंडिया चलने की तैयारी करो"... इतना कहकर देवांश कॉल कट कर देता है... और अपने सीक्रेट रूम में चला जाता है
उस रूम में जाकर देवांश गुस्से में दरवाजा जोर से बंद करता है देवांश सफेद बोर्ड के पास जाता है और उस पर लगी ब्लैक बैंगल्स की तस्वीर देखकर गुस्से में दांत पिस्ते हुए कहता है "सिर्फ तुम्हारी वजह से ,मेरा कारोबार ,मेरा काम मेरी प्लानिंग सब खराब हो रही है सिर्फ तुम्हारी वजह से, जिस दिन तुम मेरे हाथ लग गई वह दिन तुम्हारी जिंदगी का सबसे बुरा दिन होगा! तुम्हें अफसोस ना कराया मेरे रास्ते में आने के लिए तो मेरा नाम भी देवांश नही जस्ट वेट एंड वॉच"
देवांश उस लड़की की तस्वीर पर अपनी उंगली फेरते हुए कहता है "ये तुमने ठीक नही किया!.... अपनी मौत के साथ खेल रही हो"... देवांश कुछ देर उस तस्वीर को देखता है..... और फिर वहाँ से निकल जाता है......
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"दिल्ली"
ज्योति का ट्रांसफर हो रहा था वो सबसे मिलकर जाने लगती है. ..वो जैसे ही बाहर आती है उसे सामने अरमान और आर्या मिल जाते हैं ज्योति उन दोनो की तरफ बढ़ जाती है और अरमान की तरफ हाथ बढ़ा देती है.... "आपसे मिलकर अच्छा लगा अरमान सर".. अरमान भी मुस्कुरा देता है... और कहता है "मुझे भी आपसे मिलकर अच्छा लगा उम्मीद है हम दुबारा ज़रूर मिलेंगे"
ज्योति मुस्कुरा कर हाँ केह देती है!... अरमान थोड़ा सा सीरियस टोन मे कहता है... "जिंदगी मे कभी भी, कही भी ज़रूरत पड़े तो याद ज़रूर करना तुम्हारा ये दोस्त हमेशा तुम्हारे साथ होगा"
ज्योति मुस्कुरा कर थेंक्यू कहती है... फिर वो आर्या के सामने हाथ करते हुए कहती है... "आप से मिलकर आपके साथ काम करके मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है"... आर्या उससे हाथ मिलाता है लेकिन कुछ कहता नही है.... ज्योति अपना हाथ पीछे खीचने की कोशिश करती है तो आर्या उसका हाथ नही छोड़ता है...
अरमान को लगता है शायद दोनो को थोड़ी देर अकेला छोड़ देना चाहिए.... "गायस् तुम दोनो बात करो मुझे थोड़ा काम है"
आर्या हाँ मे सर हिला देता है लेकिन उसकी नजरें अभी भी ज्योति पर टिकी थी! अरमान वहां से चला जाता है आर्या ज्योति को जबरदस्ती खींचते हुए अपने साथ ले जाने लगता है, ज्योति उससे अपना हाथ छुड़ाने की बहुत कोशिश करती है लेकिन छुड़ा नहीं पाती, आर्या उसको जबरदस्ती ट्रेनिंग ग्राउंड खींचते हुए ले जाता है ले जाकर झटके से उसका हाथ छोड़ देता है... ज्योति गिरते गिरते बचती है.. आर्या गुस्से मे उसपर चिल्लाता है.... "आखीर तुम्हारी दिक्कत क्या है पहले दिन से कहते आया हु की प्यार करता हु तुमसे, लेकिन तुम्हे इतनी सी बात समझ क्यों नही आती है,... आखीर तुम चाहती क्या हो".... ज्योति बस खामोशी से सुन रही थी... आर्या उसे कंधे से पकड़ते हुए कहता है.... "इतना हेर्टलेस होना अच्छी बात नही है"
आर्या अपना एक हाथ आगे बढ़ाते हुए कहता है... "मुझसे शादी कर लो ज्योति, बहुत प्यार करता हु तुमसे, खुश रखूँगा भरोसा करो"
ज्योति कुछ पल उसकी आँखो मे देखती है फिर एक गहरी सांस लेकर कहती है "ठीक है मान लिया की तुम मुझसे प्यार करते हो, शादी भी कर लुंगी मै तुमसे" इतना सुनकर आर्या के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है
ज्योति मुस्कुराते हुए केहती है "लेकिन क्या मेरे इस मिशन के बाद तुम मुझसे शादी करोगे"....आर्या उसे शॉक होकर देखने लगता है फिर समझाते हुए कहता है....... "तुम्हे इस मिशन पर जाने की ज़रूरत क्या है"
ज्योति समझाने की कोशिश करते हुए केहती है "ज़रूरी है आर्या, बहुत ज़रूरी है, ये मिशन सिर्फ एक मिशन नही है! इस देश के भविष्य के लिए बहुत ज़रूरी है"
आर्या उसकी बात काटते हुए कहता है "तुम्हे सबके बारे मे सोचने की क्या ज़रूरत है, तुम सिर्फ अपने और मेरे बारे मे सोचो ना"... ज्योति एक व्यंग भरी मुस्कान के साथ कहती है... "तुम एक सोल्जर होकर ऐसी बात कर भी कैसे सकते हो, और एक बात ,हर इंसान अगर ऐसे ही सिर्फ अपने बारे मे सोचने लगा, तो हो गया देश का भला, जब हम ये वर्दी पहनते हैं आर्या उस दिन से, उस वक़्त से हमारी जिंदगी हमारी सांसे सब देश के नाम हो जाता है....ये तुम्हारे कंधे पर लगे सितारे सिर्फ दिखाने के लिए नही है.... ये सितारे एक ज़िम्मेदारी है... ये वर्दी सिर्फ एक नौकरी नही है.... एक फर्ज़ है, एक ज़िम्मेदारी है.. जिसे हमे अपनी आखरी सांस तक निभाना है"
आर्या शांत था फिर वो धीरे से कहता है... "क्या तुम कभी मेरी नही हो सकती"
ज्योति मुस्कुराते हुए केहती है "तुम्हे मेरे इंटेलिजेंस, मेरे रंग रूप से प्यार है..... अगर ऐसा नही होता तो तुम इस मिशन से आने के बाद भी मुझसे शादी कर लेते!... मोहब्बत शर्तों की मोहताज नही होती है आर्या... मै दुआ करूँगी की तुम्हे मुझसे भी अच्छी लड़की मिल जाए.... अब मै चलती हु मेरी फ्लाइट का टाइम हो गया है".... इतना कहकर ज्योति वहां से चली जाती है..... आर्या भी वहाँ से निकल जाता है...
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"जिन्ना इंटरनेशनल ऐरपोर्ट"
देवांश ऐरपोर्ट आता है और अपने प्राइवेट जेट मे बैठ जाता है... और दिल्ली की ओर निकल जाता है... देवांश सीट से सर टिकाकर आँखे बंद कर लेता है....
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"जम्मु और कश्मीर"
जम्मू और कश्मीर के डोडा इलाके में कुछ लोग हथियारों के साथ जंगल के रास्ते अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे! वह आगे आ रहे थे तभी उन्हें किसी के गाने की आवाज आती है! जब वह लोग उस तरफ जाते हैं तो देखते हैं एक लड़की जिसने ब्लैक कलर का लहंगा चोली पहना हुआ था ,और जंगलों में लकड़ियां इखट्टी कर रही थी उनमे से एक आदमी कहता है.... "ओये लड़की यहाँ क्या कर रही है"
वो लड़की मुड़ कर उन सब की तरफ देखती है तो एकदम से पीछे हट जाती है और उनकी गन की तरफ इशारा करते हुए कहती है "ये क्या है बाबूजी.... किसी को मारने जा रहे हैं क्या"
कौन है लेहंगे वाली लड़की? क्या करने वाला है देवांश? क्या आर्या और ज्योति की दोस्ती यही खतम हो जायेगी? क्या मोड लेगी इन सब की जिंदगी
जानने के लिए पढ़ते रहिये मेरी कहानी बलेक बेंगलस...
कहानी कैसी लग रही है बताना ना भूले....
खुश रहिये आबाद रहिये मुंबई रहिये या मुरादाबाद रहिये...
........ बाय बाय.......
KALPANA SINHA
11-Aug-2023 10:51 AM
Nice part
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madhura
10-Aug-2023 02:58 PM
Nice
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Mahendra Bhatt
01-Feb-2023 02:04 PM
शानदार
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